Tuesday, September 5, 2017

मुस्कुरा रही हूँ मैं
तभी तुम कहते हो
हँस रहा हूँ मैं भी
पर !
तुम्हारे हँसने
और मेरे मुस्कुराने में
बहुत अंतर है,
एक स्त्री का मुस्कुराना
तुम समझ नहीं सकते।

#मन की बात करती दीप्ति

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