Friday, November 25, 2011

ये मेरे कुछ शेर..........


न जाने कितने आते हैं - न जाने कितने जाते हैं
मगर कुछ लोग बहुत गहरा निशान छोड़ जाते हैं
--------------------------------------------------------------------
तू आसपास तलाश कर कोई दिल धड़कता है रात दिन,
तेरे नाम पे जिसकी सांस है उसे ढूंढ कर अपने नाम कर....
--------------------------------------------------------------------
खामोशियाँ जब हद से गुज़र जायें
दुनिया को कुछ जलने की बू आये
तब शुरू होता कयासों का एक दौर
फिर तो हर सांस फंसाना बन जाए
--------------------------------------------------------------------
ये दिल से दिल का रिश्ता होता है कुछ इस कदर
कि लगती है चोट इधर तो कराहता है दिल उधर 
--------------------------------------------------------------------
खुदा है कि नहीं ये हमें पता नहीं
हमने तो हमेशा से मुहब्बत को खुदा माना है....
--------------------------------------------------------------------
ऐ खुदा तू आ बता कि है मेरी क्या ये खता ?
दिल से उनकी की इबादत तो भला तू क्यों जला ?
--------------------------------------------------------------------
देख ले तेरी खुदाई पे भरोसा उठ रहा
इश्क में जो हार है समझो कि सब बेकार है 
--------------------------------------------------------------------
सुना है मुहब्बत में खुदा साथ देता है
दो दिलों के दरम्यां फासले कम कर देता है ??
--------------------------------------------------------------------
काश कभी खुदा से मुलाकात होती
बाकी चीज़ें बाद में पहले तुमपे बात होती 
--------------------------------------------------------------------
क्या खुदा है वो कि जो चुपचाप बैठा देखता
मौत का मेरी तमाशा वो सितमगर कर गया......
--------------------------------------------------------------------
इश्क में कोई खुदा होता नहीं है आजकल
हाँ मगर हर जुल्म होता है उसी के नाम पर 
--------------------------------------------------------------------
कौन कहता है खुदा रहता है केवल मस्जिदों में
झाँक कर देखो तो दिल काबा नजर तुम्हें आएगा 
--------------------------------------------------------------------
मैं रोज़ दुआ करता हूँ तेरी सलामती के लिए
खुद मेरे नाम मौत का पैग़ाम आ गया है..... 
--------------------------------------------------------------------
तुम सलामत रहो बस यही है दुआ
हमारा है क्या हम रहे न रहे............
--------------------------------------------------------------------
खुदा से हमारी है इतनी सी चाहत
तुम्हें खुश रखे वो कोताही न बरते 
--------------------------------------------------------------------

3 comments:

Mamta Bajpai said...

बहत खुबशुरत शेर लिखे हैं ..बधाई

विशाल चर्चित (Vishal Charchit) said...

ममता जी, दिल से आपका शुक्रिया !!!

Anavrit said...

bade achhe sher hai

LinkWithin

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...