जनसंख्या के पीछे पड़े काहे धोकर हाथ
इसके बल पर करेंगे हम दुनिया पर राज
हम दुनिया पर राज बने बाजार बड़े हम
अमरीका यूरोप के सिर पर आज खड़े हम
कहा कि सुन लो खोल के सारे अपना -अपना कान
चलो हमारे कहने से नहीं बंद करो दूकान
बंद करो दूकान माल अपना ले जाओ
जाओ दादागीरी जाके अफ्रीका दिखलाओ
समझ गए वे नहीं गलेगी उनकी कोई दाल
इसीलिये आतंक पर अब बजा रहे हैं गाल
बजा रहे हैं गाल पाक में डेरा है डाला
उसकी आतंकी नाक में देखो दम कर डाला
कहते हैं "चर्चित" अभी तो शुरुवात है
होने वाला पूरी दुनिया पर हमारा राज है....
इसके बल पर करेंगे हम दुनिया पर राज
हम दुनिया पर राज बने बाजार बड़े हम
अमरीका यूरोप के सिर पर आज खड़े हम
कहा कि सुन लो खोल के सारे अपना -अपना कान
चलो हमारे कहने से नहीं बंद करो दूकान
बंद करो दूकान माल अपना ले जाओ
जाओ दादागीरी जाके अफ्रीका दिखलाओ
समझ गए वे नहीं गलेगी उनकी कोई दाल
इसीलिये आतंक पर अब बजा रहे हैं गाल
बजा रहे हैं गाल पाक में डेरा है डाला
उसकी आतंकी नाक में देखो दम कर डाला
कहते हैं "चर्चित" अभी तो शुरुवात है
होने वाला पूरी दुनिया पर हमारा राज है....
2 comments:
SUNDAR ATI SUNDAR RACHNA
सुन्दर रचना...
Post a Comment