आओ चलो एक दिन, बापू को याद कर लें
गांधी के बूते तो, हर दिन गुजारा है
बापू के संस्कार तो, खो गये धुल में
अब तो माई बाप, सिर्फ गांधी हमारा है||
मैं बापू को नहीं जानता, लेकिन गांधी को मानता हूँ
क्यूंकि बापू के संस्कारों से, अब पेट नहीं भरता है
इस देश पर हर जगह, गांधी ही तो राज करता है ||
गांधी तो स्विस बैंकों में, फरमा रहें है आराम
टूटा हुआ खड़ा सड़क पे, बापू बेचारा है |
बापू के संस्कार तो, खो गये धुल में
अब तो माई बाप, गांधी हमारा है||
बापू तेरे नाम पे , एक वक्त की रोटी तक नहीं मिलती
राशन से प्रशासन तक, सिर्फ गांधी की है चलती ||
बापू तेरा दिन है आज , अवकाश हमारा है
लेकिन पुरे दिन को काटने में, सिर्फ गांधी का सहारा है ||
बापू तू दुखी ना हो , तेरे बूते ही ये देश चल रहा है
बापू बन के ना सही, गांधी बन के तू, हमारे दिलो में पल रहा है ||
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