मिली थी कभी
जिंदगी मुस्कुराकर |
मेरा साथ दे
ख्वाबो में समाकर |
अपने अश्को को
मेरी आँखों से बहाकर |
ख़ामोशी से अपनी
मुझे तड़पाकर|
चली गयी वो
कहना तो चाहती थी
पर खामोश हो
गयी मुझे रुलाकर|
काश जिन्दगी में ऐसा हो पाता ......!
खूबसूरत अभिव्यक्ति. आभार.सादर,डोरोथी.
सुन्दर भाव और अभिव्यक्ति के साथ लाजवाब रचना लिखा है आपने! दिल को छू गई !
aap sabhi ka bahut bahut aabhar
सुन्दर संवेदनशील अभिव्यक्ति...
आपकी पोस्ट आज चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई ,कृपया पधारें चर्चा मंच
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6 comments:
काश जिन्दगी में ऐसा हो पाता ......!
खूबसूरत अभिव्यक्ति. आभार.
सादर,
डोरोथी.
सुन्दर भाव और अभिव्यक्ति के साथ लाजवाब रचना लिखा है आपने! दिल को छू गई !
aap sabhi ka bahut bahut aabhar
सुन्दर संवेदनशील अभिव्यक्ति...
आपकी पोस्ट आज चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई ,
कृपया पधारें
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